Table of Contents
Toggleसमान नागरिक संहिता ucc ( uniform civil code)
यूसीसी क्या है?
यू सी सी का फुल फॉर्म यूनिफॉर्म सिविल कोड है जिस का हिंदी में अर्थ समान नागरिक संहिता है।
यह एक सामाजिक मामलों से संबंधित कानून होता है जो सभी पंथ के लोगों के लिए विवाह ,तलाक ,विरासत वह बच्चा गोद लेने आदि में समान रूप से लागू होता है।
दूसरे शब्दों में-
अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग सिविल कानून ना होना ही समान नागरिक संहिता है।
या किसी भी पंत जाति के सभी निजी कानून से ऊपर होता है।
फिलहाल समान नागरिक संहिता भारत में नागरिकों के लिए एक समान कानून बनाने और लागू करने का एक प्रस्ताव है। जो सभी नागरिकों पर उनके धर्म लिंग और यौन अभिरुचि के परवाह किए बिना समान रूप से लागू होता है। वर्तमान में विभिन्न समुदाय की व्यक्तिगत कानून धार्मिक ग्रंथों द्वारा शासित होते हैं
जो कि अभी विवादित बना हुआ है। अभी व्यक्तिगत कानून सर्वजनिक कानून से अलग अलग है और इसमें विवाह तलाक विरासत गोद लेना और भरण-पोषण शामिल है। इस बीच भारतीय संविधान का अनुच्छेद 25-28 भारतीय नागरिकों को धार्मिक स्वतंत्रता की क्रांति देता है।
और धार्मिक समूह को अपने स्वयं के मामलों का प्रबंधन करने की अनुमति देता है।
संविधान का अनुच्छेद 44 भारतीय राज्य से अपेक्षा करता है कि वह राष्ट्रीय नीतियां बनाते समय सभी भारतीय नागरिकों के लिए राज्य नीति निर्देशक तत्व और समान कानून लागू करें।
समान नागरिक संहिता से लाभ
1. अलग-अलग धर्मों के अलग-अलग कानून होने से न्यायपालिका का बोझ बढ़ जाता है
2. अदालतों में वर्षों से लंबित पड़े मामलों के फैसले जल्द होंगे।
3. सभी के लिए एक समांतर से देश में एकता बढ़ेगी जिस देश में नागरिकों में एकता होती है उस देश में किसी प्रकार का वैषम्य नहीं होता है।
4. देश की वोट बैंक वाली राजनीति पर भी इसका असर पड़ेगा वोट का ध्रुवीकरण नहीं होता है।
5. समान नागरिक संहिता लागू होने से वहां की महिलाओं की स्थिति में सुधार हो जाता है।